1) ब्लड शुगर लेवेल को कम करता है:
अपने शुगर को नियंत्रित करने के लिए आप 3 दिन तक खाली पेट सुबह करेले का जूस ले सकते है. इससे आपके शरीर का ब्लड शुगर लेवेल कंट्रोल मे आ जाएगा
।
2) भूक बढ़ता है:
भूख नही लगने से शरीर को पूरा पोषण नही मिल पाता है जिससे की स्वास्थ्या से संबंधित परेशानिया होती है. इसलिए करेले के जूस को रोज़ाना पीने से पाचन क्रिया सही रहती है जिससे भूक बदती है
।
3) पॅंक्रिटिक कॅन्सर के उपचार मे उपयोगी:
रोज़ाना 1 गिलास बीततेर्गौरड़ का जूस पीने से पॅंक्रिटिक का कॅन्सर पैदा करने वाली कोशिकाए ख़तम हो जाती है
। ऐसा इसलिए होता है क्योकि करेले मे मोजूद आंटी-कॅन्सर कॉंपोनेंट्स पॅंक्रिटिक कॅन्सर पैदा करने वाली कोशिकाओ मे ग्लूकोस का पाचन रोक देते है जिससे इनकी शक्ति ख़तम हो जाती है
।
4) सराइयसिस के लक्षानो को दूर करता है :
एक कप करेले के जूस मे एक स्पून नींबू का जूस मिला कर इस मिश्रण का खाली पेट सेवन करे
। 3 से 6 महीने तक इसका सेवन करने से त्वचा पर सराइयसिस के लक्षण दूर होते है
। यह आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बदाता है और सराइयसिस को प्राकृतिक रूप से ठीक करने मे मदद करता है
।
5) पाचन शक्ति बदाता है:
करेला पाचन तंतरा को सुधरता है और इनडाइजेस्षन को दूर करता है. पाचन क्षमता बढ़ने क लिए सप्ताह में इक बार सुबह करेले का जूस जरूर पिए
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6) लिवर से टॉक्सिक सब्स्टेन्स को निकलता है:
रोज़ाना एक गिलास करेला जूस पीने से लिवर मजबूत होता है क्योकि यह पीलिया जेसी बीमारियो को दूर रखता है. साथ ही यह लिवर से टॉक्सिक सब्स्टेन्सस को निकलता है और पोषण प्रदान करता है जिसे लिवर सही काम करता है और लिवर की बीमारिया दूर रहती है
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7) ब्लड को सॉफ रखता है:
करेले का जूस शरीर मे एक प्राकृतिक रक्त शोधक के रूप मे कार्य करता है. यह टॉक्सिन्स को बाहर निकलता है और फ्री रॅडिकल्स से हुए नुकसान से बचाता है. इसलिए ब्लड को सॉफ करने और मुहासे जेसी समस्याओ को दूर करने के लिए रोज़ एक गिलास जूस पिए
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8) कफ:
कफ की शिकायत होने पर करेले का सेवन करना चाहिए। करेले में फास्फोरस होता है जिसके कारण कफ की शिकायत दूर होती है।
9) दमा होने पर
दमा होने पर बिना मसाले की छौंकी हुई करेले की सब्जी खाने से फायदा होता है।
10) लकवे के मरीजों के लिए
लकवे के मरीजों के लिए करेला बहुत फायदेमंद होता है। इसलिए लकवे के मरीज को कच्चा करेला खाना चाहिए।
11) उल्टी-दस्त या हैजा
उल्टी-दस्त या हैजा होने पर करेले के रस में थोड़ा पानी और काला नमक मिलाकर सेवन करने से तुरंत लाभ मिलता है।
12) लीवर से संबंधित बीमारियों के लिए
लीवर से संबंधित बीमारियों के लिए तो करेला रामबाण औषधि है। जलोदर रोग होने पर आधा कप पानी में 2 चम्मच करेले का रस मिलाकर ठीक होने तक रोजाना तीन-चार बार सेवन करने से फायदा होता है।
13) पीलिया के मरीजों के लिए
पीलिया के मरीजों के लिए करेला बहुत फायदेमंद है। पीलिया के मरीजों को पानी में करेला पीसकर खाना चाहिए।
14) गठिया रोग होने पर
गठिया रोग होने पर या हाथ-पैर में जलन होने पर करेले के रस से मालिश करना चाहिए। इससे गठिया के रोगी को फायदा होगा।
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