फिटकरी (ALUM) के ये फायदे जानकर आप हैरान रह जायेगे

04:21 Unknown 0 Comments


बरसो से हमारे घरो में फिटकरी केवल शेविंग बॉक्स में ही मिलती है इसका सबसे जायदा प्रयोग सेविंग के बाद चेहरे पैर लगाने क काम अति है पर क्या आप फिटकरी के कुछ बेहतरीन फायदे जानते है

फिटकरी क ये फायदे जानकर आप हैरान रह जायेगे

1. पसीने की बदबू दूर करने में उपयोगी ( पसीना आने की समस्या Sweating Problem)
यदि आपको पसीना अधिक आता है और आपके शरीर से पसीने की बदबू आती है तो फिटकरी इसके लिए रामबाण है । इस समस्या को दूर करने के लिए आप फिटकरी का महीन चूर्ण बना लें और नहाने से थोड़ा पहले फिटकरी चूर्ण अपने नहाने के पानी में मिलाएं । इससे आपको पसीना भी काम आएगा और बदबू की समस्या सदा के लिए समाप्त हो जाएगी ।

2. दांतों की समस्या का कारगर समाधान ( permanent solution of teeth problem )
दांत में दर्द हो तो फिटकरी और काली मिर्च बराबर मात्रा में पीस कर इसे लगाएं। इससे दर्द कम हो जाता है।  ये एक नेचुरल माउथवॉश है. दांत दर्द होने पर फिटकरी के पानी से गार्गल करना फायदेमंद रहता है.

3. चेहरे की झुर्रियों को दूर करने में मददगार
यदि आपके चहरे पर झुर्रिया आ गई है तो आपके लिए फिटकरी का पानी बहुत उपयोगी रहेगा। इसके लिए आप फिटकरी के बड़े से टुकड़े को गीला कर के अपने चहरे पर हल्के से मलें और कुछ समय बाद में अपने चहरे को साफ़ पानी से धो लें। इससे आपके चेहरे पर झुर्रियां नहीं आ पाएंगी

4. दस्त और पेचिश  Diarrhea and dysentery trouble
दस्त और पेचिश की परेशानी से बचने के लिए 1-2 चुटकी भुनी हुई फिटकरी को गुलाबजल के साथ मिलाकर पीने से खूनी दस्त आना बंद हो जाते हैं।

5. जननांगों की खुजली। Itching of the genitals.
खुजली वाली जगह को फिटकरी वाले पानी से धोये और फिर उसपर थोड़ा सरसो का तेल लगा ले रहत मिलेगी

6. खूनी बवासीर: Bloody piles
खूनी बवासीर हो और गुदा बाहर आती हो तो फिटकरी को पानी में घोलकर गुदा में पिचकारी देने से लाभ प्राप्त होता है। एक गिलास पानी में आधा चम्मच पिसी हुई फिटकरी मिलाकर प्रतिदिन गुदा को धोयें तथा साफ कपड़े को फिटकरी के पानी में भिगोकर गुदे पर रखें।
भूनी फिटकरी 10 ग्राम, रसोत 10 ग्राम और 20 ग्राम गेरू को पीस-कूट व छान लें। इसे लगभग 3-3 ग्राम की मात्रा में प्रतिदिन सुबह-शाम खाने से खूनी तथा बादी बवासीर में लाभ मिलता है।

7. दांतों का दर्द Toothache
यदि आपके मुंह में बदबू आती है या आपके दांत में दर्द है तो फिटकरी आपके लिए बहुत उपयोगी है। असल में फिटकरी एक नेचुरल माउथ वाश है और दांत दर्द में इससे गार्गल करना बहुत लाभदायक होता है।

8. चोट लगने पर
यदि चोट या खरोंच लगकर घाव हो गया हो और उससे खून बह रहा हो तो घाव को फिटकरी के पानी से धोने के बाद उस पर फिटकरी का चूर्ण बुरकने से खून बहना बंद हो जाता है।
फिटकरी को तवे पर डालकर गर्म करके राख बना लें। इसे पीसकर घावों पर बुरकाएं इससे घाव ठीक हो जाएंगे। घावों को फिटकरी के घोल से धोएं व साफ करें।
5 ग्राम फूली फिटकिरी का चूर्ण बनाकर देशी घी में मिला दें, फिर उसे घाव पर लगायें। इससे घाव ठीक हो जाता है।

9. दांतो के कीड़े और मुँह की बदबू दूर करने में लाभदायक
फिटकरी को गर्म पानी में घोलकर प्रतिदिन सुबह-शाम कुछ दिनों तक लगातार कुल्ला करने से दाँतों के कीड़े ख़त्म हो जाते हैं व मुँह की बदबू दूर हो जाती है।

10. यूरिन इंफेक्शन होने पर, जनन अंगो में संकर्मण या इन्फेक्शन होने पर
गुप्त अंगो पैर किसी भी प्रकार का इन्फेक्शन हो फटकारी के पानी से प्रतिदिन सफाई करने से इन्फेक्शन ख़तम हो जाता है फटकारी क पानी से सफाई करने क बाद नारियल का तेल लगा ले इन्फेक्शन से सदा के लिए छुटकारा मिल जायेगा.

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जामुन के इतने फायदे सुनकर आप हैरान रह जायेगे

11:38 Unknown 0 Comments


बारिश के मौसम में जामुन खाने के हैं ये बेहतरीन फायदे Jamun Benefits And Side Effects In Hindi



जामुन एक मौसमी फल है. खाने में स्वादिष्ट होने के साथ ही इसके कई औषधीय गुण भी हैं. जामुन अम्लीय प्रकृति का फल है पर यह स्वाद में मीठा होता है यही कारण है कि जामुन को नमक के साथ खाया जाता है।. जामुन में भरपूर मात्रा में ग्लूकोज और फ्रुक्टोज पाया जाता है. जामुन में आयरन, विटामिन और फाइबर भी पाया जाता है इसमें खनिजों की मात्रा अधिक होती है।इसके बीज में कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन और कैल्शियम पाया जाता है। जामुन में लगभग वे सभी जरूरी लवण पाए जाते हैं जिनकी शरीर को आवश्यकता होती है.

इसका वैज्ञानिक नाम  Syzygium cumini है। जामुन गर्मियों में मिलने वाला फ्रूट है। यह सेहत के लिए बहुत उपयोगी है। जामुन के साथ-साथ इसकी गुठली और इसकी पत्तियां भी कई सारे रोगों को ठीक करने में उपयोगी होता है। इसका वृक्ष भी आम के वृक्ष जैसा होता है।  जामुन का रंग काला और बैंगनी होता है। यह मुख्यतः भारत और दक्षिण एशिया में पाए जाने वाला फल है। अन्य फल के मुकाबले इसमें कैलोरी कम पाया जाता है।
खनिज की मत्रा जामुन में अधिक होती है।
 
Jamun Fruit में फाइबर, आयरन और विटामिन इत्यादि होता है। इसका बीज भी बहुत ही काम का होता है। जामुन के बीज में प्रचुर मात्रा में प्रोटीन कार्बोहाइड्रेट और कैल्शियम होता है। यह फ्रुक्टोज और ग्लूकोस का बेहतरीन श्रोत है।

जामुन की गुठली के फायदे मधुमेह में – Jamun Benefits For Diabetes In Hindi

1.            जामुन एक ऐसा फल है जिसे मधुमेह रोगी बिना किसी परेशानी के खा सकते हैं। जामुन रक्त में शक्कर की मात्रा को नियंत्रित करता है, जामुन के मौसम में इसके नियमित सेवन से डायबटीज के मरीज को फायदा होता है। इससे मधुमेह के मरीज को होने वाली समस्याएं जैसे बार-बार प्यास लगना और बार-बार पेशाब होना आदि में भी लाभ मिलता है। इसलिए आप प्रतिदिन 200 ग्राम जामुन का सेवन करें। जामुन की गुठली ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में बहुत अच्छी मानी जाती है। 100 ग्राम जामुन की गुठली लेकर इसे अच्छी तरह पीसकर कर पाउडर बनालें। रोज सुबह-शाम 3 ग्राम गुठली पाउडर का सेवन करें। इससे आपका मधुमेह जड़ से खत्म हो जाएगा।

2.            जामुन की गुठली और करेले को छांया में सुखाकर कुट पीसकर चूर्ण बना लें। इस चूर्ण को पांच ग्राम मात्रा में जल के साथ सेवन करने से मधुमेह रोग में बहुत लाभ होता है.
 

 
 

जामुन के पत्ते के फायदे मसूड़े के लिए – Jamun Ke Patte Ke Fayde In Piorrea In Hindi


1.            अगर आपको पायरिया की शिकायत है तो जामुन की गुठली में थोड़ा नमक मिलाकर इसे बारीक पीस लें। अब इस मिश्रण को रोज अपने दांतो और मसूड़ों पर मलें। इससे खून निकलना बंद हो जाएगा और आपकी पायरिया की शिकायत दूर हो जाएगी। अगर आपके मसूड़े कमजोर हैं तो जामुन के पत्तों की राख का मंजन करने से लाभ मिलता है। अगर आपके मसूड़े से खून आता है या कोई अन्य समस्या जैसे मसूड़ों में सूजन आदि है तो जामुन के कोमल पत्तों को पानी मे उबाल कर पानी से कुल्ला करने पर फायदा होता है। अगर कोई मुंह की दुर्गंध से परेशान है तो जामुन के पत्ते चबाने और उसे चूसने से आपकी दुर्गंध ख़त्म हो जाती है।
2.            जामुन के कोमल पत्तों को पानी में उबालकर छानंकर उस जल से कुल्ले करने पर मसुढों की सुजन और रक्त निकलने की विकृति नष्ट होती है।

पथरी रोग में सहायक - usefull to remove stone problem

1.            अगर किसी को पथरी की समस्या है तो जामुन की गुठली का चूर्ण बनाकर दहीं के साथ सेवन करने से पथरी धीरे-धीरे खत्म हो जाती है। जामुन खाने से भी पथरी खत्म होती है।

जामुन के फायदे लीवर की समस्या में – Jamun Juice For Liver In Hindi

1.            अगर आपको लीवर की समस्या है तो जामुन का रस पिएं। रोज सुबह-शाम जामुन के रस का सेवन करने से आपकी लीवर की समस्या ख़त्म हो जाएगी।

जामुन के नुकसान  – Jamun Ke Nuksan In Hindi

1.            ज्यादा जामुन खाने से कुछ नुकशान भी हो सकते है
2.            खली पेट जामुन खाना हो सकता है नुकशान दायक
3.            जामुन खाने के तुरंत बाद दूध नहीं पीना हानिकारक हो सकता है
4.            अधिक मात्रा में जामुन खाने से खांसी की समस्या हो सकती है और फेफड़ो पैर भी बुरा प्रभाव पद सकता है
5.            अधिक जामुन खाने से पेट मैं दर्द , बुखार आदि की समस्या हो सकती है
 

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